तोरी की बुवाई के लिए ये है सही समय, उन्नत तोरिया की किस्में, ऐसे करें खेती
तोरिया की खेती के लिए सही समय पर बुवाई करना और उन्नत किस्मों का चयन करना फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता के लिए महत्वपूर्ण है। यहां पर विस्तार से जानकारी दी गई है कि इस समय पर तोरिया की बुवाई के लिए कौन-कौन सी किस्में बेहतरीन हैं, और बंपर उपज के लिए किसानों को क्या उपाय अपनाने चाहिए:
तोरिया की बुवाई के लिए सही समय
सही समय: सितंबर के पहले सप्ताह से लेकर 50 दिनों तक बुवाई के लिए उपयुक्त है। इसके बाद बुवाई करने पर गेहूं की बुवाई में देरी हो सकती है।
उन्नत तोरिया किस्में
कृषि एक्सपर्ट द्वारा सुझाई गई चार उन्नत तोरिया की किस्में हैं:
T-36 (पीली) तोरिया बीज
T-9 (काली) तोरिया बीज
Pt303 (काली) तोरिया बीज
PT30 (काली) तोरिया बीज
इन किस्मों की बुवाई से बंपर उपज प्राप्त की जा सकती है और बाजार में अच्छी कीमत मिल सकती है। इन किस्मों की फसल जल्दी तैयार हो जाती है, जिससे गेहूं की बुवाई भी समय पर की जा सकती है।
बंपर उपज के लिए सुझाव
सिंचाई और मिट्टी की देखभाल:
तोरिया बुवाई के बाद फसल की सिंचाई और मिट्टी की देखभाल आवश्यक है।
खाद का प्रयोग:
बुवाई के समय 20 किलो ग्राम नाइट्रोजन और 30 किलो ग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्रयोग करें।
दूसरी खुराक पौधों में फूल आने के समय दें।
रोग प्रबंधन:
केवड़ा और भूरी रोग:
थाइरम नामक फफूंदनाशक 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज दर से उपचार करें।
केवड़ा रोग से बचाव:
डायथीन जेड 78 का 10 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
सही समय पर बुवाई: सितंबर के पहले सप्ताह से 50 दिनों तक।
उन्नत किस्में: T-36, T-9, Pt303, PT30।
खाद और सिंचाई: 20 किलो ग्राम नाइट्रोजन और 30 किलो ग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर।
रोग प्रबंधन: थाइरम और डायथीन जेड का प्रयोग।
इन सुझावों और उपायों को अपनाकर किसान अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं और फसल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार कर सकते हैं।